उदास मौसम की भी अपनी ही रौनक होती है! उदास मौसम की भी अपनी ही रौनक होती है!
सोच में पड़ जाते हैं अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर क्या सत्य कहती मेरी तनहाइयाँ। सोच में पड़ जाते हैं अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर क्या सत्य कहती मेरी तनहाइयाँ।
कमजोर सत्य की आवाज में, मोटे झूठ को सुन रहा न्याय। कमजोर सत्य की आवाज में, मोटे झूठ को सुन रहा न्याय।
जो मृत्यु का पैगाम बनकर आया है वो खुदा का एक पैगाम हो। जो मृत्यु का पैगाम बनकर आया है वो खुदा का एक पैगाम हो।
दिल ना टूटे दिल ना रूठे दिल की ही दुनियां जिंदगी प्यार मोहब्बत हुश्न हकीकत का सहकार दिल ना टूटे दिल ना रूठे दिल की ही दुनियां जिंदगी प्यार मोहब्बत हुश्न हकी...